हीमोलिम्फ के ट्रेलर को दर्शकों द्वारा खूब सराहना मिली है। हर ओर इसी फिल्म का शोर है, जो यह बयान करती है कि कैसे वाहिद शेख और उनके परिवार का जीवन असहनीय घटनाओं के कारण पूरी तरह बर्बाद हो गया।
यह फिल्म उन लोगों और परिवारों के मन की व्यथा को व्यक्त करती है, जिनका दैनिक जीवन 11 जुलाई 2006 को मुंबई में हुए ट्रेन बम विस्फोटों के बाद अस्त-व्यस्त हो गया।
फिल्म के बारे में बात करते हुए निर्देशक, सुदर्शन गामारे कहते हैं, "चूँकि फिल्म एक संवेदनशील विषय के इर्द-गिर्द घूमती है, इसलिए हमें इससे बहुत ही नाजुक तरीके से निपटना था और हम फिल्म को यथासंभव वास्तविक रखना चाहते थे।"
वे आगे कहते हैं, "हमने फिल्म को वास्तविक रखने का भरपूर प्रयास किया है। हमने न केवल किरदारों के नाम वैसे ही रखे हैं, बल्कि वाहिद को जिस जेल में रखा गया था, हम सेट के माध्यम से उसे भी वास्तविक रूप देने में कामयाब रहे हैं। मुंबई में आर्थर रोड जेल से लेकर कोल्हापुर में अंडा सेल तक को हमने इस फिल्म के लिए रिक्रिएट किया है। हम आर्थर रोड जेल के बाहर भी घंटों बैठे रहे, सिर्फ और सिर्फ यह देखने के लिए कि अलग-अलग आरोपियों के साथ यहाँ कैसा व्यवहार किया जाता है।"
हीमोलिम्फ एक स्कूल शिक्षक अब्दुल वाहिद शेख की वास्तविक कहानी है, जिन पर 11 जुलाई 2006 को मुंबई ट्रेन बम विस्फोट मामले में आरोप लगाया गया था, जिसने न केवल उनके जीवन को, बल्कि उनके परिवार को भी बर्बाद कर दिया था। फिल्म न्याय के लिए उनकी लड़ाई और उन अन्य लोगों के बारे में है, जिनका जीवन इस तरह के हालातों से प्रभावित हुआ है।
यह फिल्म टिकटबारी और एबी फिल्म्स एंटरटेनमेंट द्वारा आदिमन फिल्म्स के सहयोग से बनाई गई है। इसके सह-निर्माता एननडी9 स्टूडियोज़ हैं। फिल्म सुदर्शन गामारे द्वारा लिखित और निर्देशित है। फिल्म में अब्दुल वाहिद शेख की भूमिका रियाज़ अनवर ने निभाई है। वहीं मुज्तबा अज़ीज़ नाज़ा ने बैकग्राउंड स्कोर दिया है, डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी रोहन राजन मापुस्कर हैं और फिल्म का संपादन एचएम ने किया है। यह फिल्म 27 मई 2022 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होने के लिए पूरी तरह तैयार है।