एजुकेट गर्ल्स संस्था की मीना खपेड़ ‘टीम बालिका ऑफ़ द ईयर’ पुरुस्कार से सम्मानित*

 


 

- एजुकेट गर्ल्स संस्था में स्वयंसेवक की भूमिका में काम कर रहीं मीना खपेड़ बनीं ‘टीम बालिका ऑफ़ द ईयर’

दिनांक 17 मार्च, झाबुआ, मध्य प्रदेश: ‘राइट टू एजुकेशन’ के तहत बालिका शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही संस्था एजुकेट गर्ल्स ने अपना 14 वां स्थापना दिवस समारोह बहुत ही धूमधाम से मनाया। इस समारोह में संस्था के स्वयंसेवक, कार्मिक तथा सरकारी अधिकारियों ने जुड़ कर समारोह को सफल बनाया। स्थापना दिवस समारोह के खास अवसर पर झाबुआ जिले के रामा ब्लॉक में संस्था की टीम बालिका (स्वयंसेवक) मीना खपेड़ को बालिका शिक्षा और समाज के प्रति उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए ‘टीम बालिका ऑफ़ द ईयर’ सम्मान दिया गया। 

मीना झाबुआ जिले के एक छोटे से गाँव आमलीपाड़ा की रहने वाली हैं। आमलीपाड़ा गाँव तीन तरफ से पहाड़ियों से घिरा है। जिसके चलते अक्सर बरसात के दिनों में यहाँ का यातायात ठप हो जाता है। यहाँ रहने वाले लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए मीलों पैदल सफर तय करना पड़ता है। 

मीना का परिवार एक छोटी सी भूमि में खेती कर अपने परिवार के सदस्यों का पेट पालता है। परिवार को आर्थिक सहयोग देने के लिए मीना पास के सरकारी स्कूल में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य करती हैं। मीना को पढ़ना और पढ़ाना दोनों बहुत पसंद है। मीना का मानना है कि अगर हम अच्छी शिक्षा हासिल करें तो बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं। इसीलिए जब उन्हें एजुकेट गर्ल्स संस्था के बारे में पता चला तो वे तीन साल पहले टीम बालिका के रूप में संस्था से जुड़ गयीं। उनका मानना है कि हर बच्चे को शिक्षा से जुड़ना चाहिए। मीना ने अब तक संस्था के साथ जुड़ कर 25 बालिकाओं का नामांकन कराया। कोरोना महामारी के दौरान जब स्कूल बंद थे, उस वक़्त भी मीना ने अपने गांव में संस्था द्वारा संचालित समुदाय आधारित शिक्षण कार्यक्रम ‘कैंप विद्या’ अपने गाँव में लगाया। जहाँ उन्होंने आठ से अधिक बच्चों को हिंदी और गणित विषय पढ़ा कर शिक्षा से जोड़े रखा। साथ ही उन्होंने 165 घरों में राशन और कोरोना राहत किट बांटने में भी संस्था का सहयोग किया। मीना अपने निजी कार्यों में व्यस्त रहने के बाद भी मोहल्ला बैठक और गृह संपर्क कर के बालिका शिक्षा के प्रति समाज को जागरूक करती रहती हैं। 

‘टीम बालिका ऑफ़ द ईयर’ अवार्ड से सम्मानित होने पर मीना कहती हैं - टीम बालिका ऑफ़ द ईयर सम्मान ने मेरे अंदर बालिका शिक्षा की दिशा में काम करने की एक नई ऊर्जा पैदा की है। मैं संस्था का हृदय से धन्यवाद करती हूँ। जिसने मेरे कार्य को सराहा और मुझे सम्मानित किया। मैं लगातार संस्था के साथ काम करती रहूंगी। 

एजुकेट गर्ल्स संस्था के झाबुआ जिले के डिस्ट्रिक्ट लीड अभिषेक झा ने बताया, हमारी टीम के लिए यह गर्व की बात है कि हमारे ज़िले की टीम बालिका मीना खपेड़ को टीम बालिका ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। संस्था की ओर से टीम बालिकाओं के भविष्य के लिए विभिन्न प्रशिक्षण आयोजित किए जाते हैं। हमें हमारी सभी टीम बालिकाओं से अपेक्षा है कि इसमें वे सभी बढ़-चढ़कर सहभागी हों और हमारे ज़िले का नाम यूँ ही रौशन करते रहें”।

एजुकेट गर्ल्स के बारे में: एजुकेट गर्ल्स एक ग़ैर-लाभकारी संस्था है जो भारत के ग्रामीण और शैक्षिक रूप से पिछड़े इलाकों में बालिकाओं की शिक्षा के लिए समुदायों को प्रेरित करता है। सरकार के साथ साझेदारी में काम करते हुए एजुकेट गर्ल्स वर्तमान में राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 21,000 से अधिक गांवों में सफलतापूर्वक कार्यरत है। सामुदायिक स्वयंसेवकों की बड़ी संख्या को सहभागी बनाते हुए, एजुकेट गर्ल्स स्कूल से वंचित बालिकाओं की पहचान, नामांकन, और स्कूलों में ठहराव बनाए रखने और सभी बच्चों (दोनों - बालिकाओं और बालकों) के लिए साक्षरता और अंक गणितीय योग्यता में बुनियादी सुधार के लिए मदद करता है। अधिक जानकारी के लिए: www.EducateGirls.ngo | Facebook | LinkedIn | Twitter | Instagram | Blog | YouTube

Popular posts
मिलिए एंडटीवी के 'हप्पू की उलटन पलटन' की नई दबंग दुल्हनिया 'राजेश' उर्फ ​​गीतांजलि मिश्रा से!
Image
एण्डटीवी की नई प्रस्तुति ‘अटल‘ अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की अनकही कहानियों का होगा विवरण्
Image
Corteva Agriscience® launches Novlect™ offering rice farmers weed control herbicide with added soil benefits OR Corteva Agriscience® launches Novlect™, bringing farmers a new herbicide to control weed in rice fields The new herbicide provides long-lasting weed control and protects crops throughout the growing season
Image
Donatekart helps 40,000+ coal miners of Dhanbad get food in the 2nd wave of Covid-19
Image
"मैं अपने किरदार से गहराई से जुड़ा हूं क्योंकि उसी की ही तरह मैं भी कम शब्दों में बहुत कुछ कह देता हूं" ज़ी थिएटर के टेलीप्ले 'तदबीर' में वे एक पूर्व सेना अधिकारी की भूमिका निभा रहे हैं
Image